भारत में शिक्षा का स्तर लगातार बेहतर होता जा रहा है, और देश में कुछ ऐसे स्कूल हैं जो विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। ये स्कूल न केवल उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा देते हैं, बल्कि छात्रों के समग्र विकास पर भी ध्यान केंद्रित करते हैं। यहां भारत के शीर्ष 5 स्कूलों की सूची दी गई है, जो अपने शैक्षणिक प्रदर्शन, सह-पाठयक्रम गतिविधियों और छात्रों के विकास के लिए प्रसिद्ध हैं।
दिल्ली पब्लिक स्कूल, बेंगलुरु नॉर्थ-


दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस), बेंगलुरु नॉर्थ, भारत के सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक है। यह स्कूल न केवल अकादमिक उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है, बल्कि इसके समग्र विकास, अत्याधुनिक सुविधाओं और आधुनिक शिक्षण पद्धतियों के लिए भी प्रसिद्ध है।
डीपीएस बेंगलुरु नॉर्थ केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से संबद्ध है और नर्सरी से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्रों को पढ़ाई कराता है।
छात्रों को फ्रेंच, जर्मन और स्पेनिश जैसी विदेशी भाषाएं सीखने का विकल्प दिया जाता है।
दून स्कूल, देहरादून-

द दून स्कूल, देहरादून, भारत के सबसे प्रतिष्ठित और ऐतिहासिक स्कूलों में से एक है। इसे अक्सर “भारत का ईटन” भी कहा जाता है। 1935 में स्थापित यह स्कूल केवल लड़कों के लिए है और अपनी अद्वितीय शिक्षण पद्धति, उत्कृष्टता और नेतृत्व कौशल को विकसित करने के लिए जाना जाता है।
द दून स्कूल की स्थापना 1935 में डॉ. सतीश रंजन दास द्वारा की गई थी।द दून स्कूल का कैंपस 70 एकड़ में फैला हुआ है और प्राकृतिक सुंदरता के बीच स्थित है।
दून स्कूल की लाइब्रेरी, जिसे “द कुमारन लाइब्रेरी” कहा जाता है, देश की सबसे बड़ी स्कूल लाइब्रेरी में से एक है।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी ,सिद्धार्थ बिड़ला, पवन मुंजाल और विक्रम सेठ यहीं के पढ़े हुए छात्र हैं
सिंधिया स्कूल, ग्वालियर-


सिंधिया स्कूल, ग्वालियर, भारत के सबसे प्रतिष्ठित और ऐतिहासिक स्कूलों में से एक है। 1897 में महाराजा माधव राव सिंधिया द्वारा स्थापित यह स्कूल ग्वालियर के प्रसिद्ध ग्वालियर किले की पहाड़ियों पर स्थित है।
सिंधिया स्कूल का 110 एकड़ में फैला परिसर प्रकृति की गोद में बसा हुआ है।सिंधिया स्कूल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से मान्यता प्राप्त है। यहाँ का शैक्षिक मॉडल छात्रों को अकादमिक रूप से उत्कृष्ट बनाने के साथ-साथ उनके व्यावहारिक और नैतिक विकास पर भी केंद्रित है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया, सलमान खुर्शीद और सलमान खान यही से पढ़े हुए छात्र हैं
धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल, मुंबई-


यह स्कूल ICSE, IGCSE और IB बोर्ड से संबद्ध है और अपनी विश्वस्तरीय शिक्षा के लिए प्रसिद्ध है। यहां छात्रों को अकादमिक के साथ-साथ सह-पाठयक्रम गतिविधियों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जाता है। धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल भारत और विदेशों में अपनी गुणवत्ता शिक्षा के लिए जाना जाता है।
इस स्कूल की ख़ास बात ये है कि इसमें एलकेजी से लेकर 12वीं कक्षा तक की शिक्षा प्रदान की जाती है। यह स्कूल CISCE, CIE, ICSE, IGCSE से संबद्ध है और 11वीं-12वीं के छात्रों के लिए इंटरनेशनल बैकलॉरीएट (IB) डिप्लोमा कार्यक्रम भी प्रदान करता है।
2023 में, DAIS के 11 छात्रों ने इंटरनेशनल बैकलॉरीएट डिप्लोमा प्रोग्राम में पूर्ण 45 अंक प्राप्त करके वैश्विक स्तर पर शीर्ष स्थान हासिल किया, जिससे यह दुनिया का सर्वश्रेष्ठ IB स्कूल बन गया।
स्कूल के पूर्व छात्रों में सुहाना खान, जाह्नवी कपूर, अनन्या पांडे, सारा अली खान, न्यासा देवगन, खुशी कपूर, सारा तेंदुलकर जैसे प्रसिद्ध नाम शामिल हैं, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई है।
सैनिक स्कूल ,घोड़ाखाल-


सैनिक स्कूल घोड़ाखाल, उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है, जिसकी स्थापना 21 मार्च 1966 को हुई थी। यह स्कूल भारतीय सशस्त्र बलों के लिए योग्य अधिकारियों को तैयार करने के उद्देश्य से कार्यरत है।
सैनिक स्कूल घोड़ाखाल में कक्षा 6 से 12 तक की शिक्षा प्रदान की जाती है। यहां छात्रों को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के पाठ्यक्रम के साथ-साथ राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) की प्रवेश परीक्षा की तैयारी भी कराई जाती है।
2024 में, इस विद्यालय के 60 छात्रों ने NDA की लिखित परीक्षा उत्तीर्ण की, जिससे यह देश के शीर्ष सैनिक स्कूलों में शामिल हो गया।
निष्कर्ष-
इन स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करना हर छात्र के लिए एक सपना हो सकता है। यदि आप अपने बच्चे के लिए सर्वश्रेष्ठ स्कूल की तलाश में हैं, तो यह सूची आपके निर्णय को आसान बना सकती है।
बहुत सही जानकारी
देश के भविष्य निर्माता
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